Wednesday, January 4, 2017

पुरानी मोहब्बत...

कभी कभी मौसम भी हमें पुरानी सुहानी यादों में ले जाता है....हमें ऐसी कुछ बातें याद दिलाता है जिन्हें वैसे तो हम भूल चुके हो पर दिल के किसी कोने में उसका अस्तित्व हमेशा से है ये याद आ जाता है...कुछ ऐसी ही होती है ..पुरानी मोहब्बत....हमेशा आकर्षक एवं मोहक।

ये बादामी धूप
गुलाबी सर्दियों का ये जूनून
हवाओं की खुराफाती सरसराहट
परिंदों का बेवजह चहकना
फूलों की ये बेजा मुस्कराहट
ठहरे पानी सी ज़िन्दगी में
गिट्टियां फेंक के छल्ले बनाती
इशारों में इतना प्यार जताती
मुझे ही घेरे, कानो में कुछ फुसफुसाती
छेड़ती गुदगुदाती ये तितलियाँ

मौसम की ये सारी शरारत
समझ आने लगी है
ये ख़ामोशी भी अब तो
शिद्दत से कह रही है
शहर में लौट के आई है
किसी और के सपनों की चुनर ओढ़े
मेरे निश्छल अधूरे एहसास सी
इतनी दूर होके भी कितनी पास सी
हर पल भूल के भी याद सी
कच्ची कैरी के स्वाद सी

पुरानी मोहब्बत...


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